निफ्टी में गिरावट: भारतीय शेयर बाजार की चिंताजनक स्थिति



निफ्टी में गिरावट: भारतीय शेयर बाजार की चिंताजनक स्थिति

            सितंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर देखने को मिला। शुक्रवार, 26 सितंबर को निफ्टी 50 इंडेक्स 24,654.70 पर बंद हुआ, जो पिछले छह सत्रों में लगातार गिरावट का परिणाम था। इस दिन के कारोबार में निवेशकों ने लगभग ₹3 लाख करोड़ का नुकसान उठाया, जिससे बाजार की कुल पूंजीकरण ₹457.4 लाख करोड़ तक गिर गई।


निफ्टी में गिरावट के प्रमुख कारण

  1. अमेरिकी दवाओं पर टैरिफ: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर से ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की। इसका असर भारतीय फार्मा कंपनियों पर पड़ा, क्योंकि अमेरिका भारतीय दवाओं का सबसे बड़ा निर्यातक है। सुन फार्मा, बायोकॉन और ज़ाइडस जैसी कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए।

  2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय शेयरों में भारी बिकवाली की। इससे बाजार में तरलता कम हुई और गिरावट का दबाव बढ़ा।

  3. विदेशी मुद्रा और रुपया: अमेरिकी डॉलर की मजबूती और भारतीय रुपया की कमजोरी ने निवेशकों को सतर्क किया। इससे सुरक्षित निवेश की ओर रुझान बढ़ा।

  4. वैश्विक बाजारों का दबाव: वैश्विक आर्थिक मंदी और अमेरिकी-चीन व्यापार तनाव ने भी भारतीय बाजारों को प्रभावित किया।


निफ्टी की पिछली स्थिति:

            पिछले एक साल में निफ्टी ने कुछ उतार-चढ़ाव देखे हैं। सर्वकालिक उच्चतम स्तर के बाद बाजार में गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों को कुछ डबल डिजिट नुकसान का सामना करना पड़ा। इस स्थिति ने निवेशकों को अपने निवेश पोर्टफोलियो पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया।


निवेशकों के लिए सुझाव:

  • विविधता बनाए रखें: निवेश को विभिन्न क्षेत्रों और संपत्ति वर्गों में फैलाएं।

  • लंबी अवधि की सोच अपनाएं: शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव से परेशान न हों।

  • सुरक्षित विकल्पों पर ध्यान दें: बॉन्ड्स, गोल्ड और अन्य सुरक्षित विकल्पों में निवेश करें।

  • बाजार की सतत निगरानी करें: प्रमुख इंडेक्स और कंपनियों के प्रदर्शन पर नजर रखें।


निष्कर्ष:

            निफ्टी में गिरावट भारतीय शेयर बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण समय है। हालांकि, यह भी एक अवसर हो सकता है यदि हम समझदारी से निवेश करें और बाजार की परिस्थितियों का सही मूल्यांकन करें। सतर्कता और सोच-समझकर निर्णय लेना इस समय सबसे महत्वपूर्ण है।

Post a Comment

Previous Post Next Post